India kenya Agreement: पीएम नरेंद्र मोदी और केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रुतो की मौजूदगी में भारत और केन्या के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जा रहे हैं. राष्ट्रपति रुटो और उनके डेलीगेशन का भारत में स्वागत करते हुए मुझे बड़ी प्रशंसा हो रही है. मुझे खुशी है कि अफ्रीकन यूनियन के G20 में शामिल होने के बाद उनकी ये यात्रा हो रही है.
केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रूटो के साथ संयुक्त प्रेस वक्तव्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,” विदेश नीति में अफ्रीका को हमेशा उच्च प्राथमिकता दी गई है. लगभग एक दशक पहले हमने मिशन मोड में अफ्रीका के साथ अपना सहयोग बढ़ाया है. मेरा मानना है कि इस यात्रा से हमारे द्विपक्षीय संबंधों और अफ्रीकी महाद्वीप के साथ संबंधों को बढ़ावा मिलेगा.”
पीएम मोदी ने कहा कि, “भारत की विदेश नीति में अफ्रीका को हमेशा उच्च स्थान दिया गया है. पिछले करीब एक दशक में हमने मिशन मोड में अफ्रीका के साथ अपना सहयोग बढ़ाया है. मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति रुटो की यात्रा से हमारे द्विपक्षीय संबंधों के साथ पूरे अफ्रीका महाद्वीप के साथ हमारे इंगेजमेंट को नया बल मिलेगा.”
आगे उन्होंने कहा कि, “भारत की विदेश नीतियों में सदैव अफ़्रीकी संघ को प्राथमिकता दी गई है. पिछले दशक में, हमने अफ्रीका के साथ अपना समर्थन और सहयोग मजबूत किया है. मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति रुतो की इस यात्रा से केन्या के साथ-साथ पूरे अफ्रीकी महाद्वीप के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे.”
मुझे ख़ुशी है कि कीनिया ने Global Biofuels Alliance और International Solar Alliance से जुड़ने का निर्णय लिया है. साथ ही कीनिया द्वारा लिए गए International Big Cat Alliance से जुड़ने के निर्णय से हम big cats के संरक्षण के लिए वैश्विक प्रयासों को सशक्त कर सकेंगे.
Live: PM Shri @narendramodi and President Ruto of Kenya at the press meet in Delhi.https://t.co/K06VEf1ULe
— BJP LIVE (@BJPLive) December 5, 2023
भारत और कीनिया एकमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे गंभीर चुनौती है. इस संबंध में हमने counter-terrorism के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ाने का निर्णय लिया है. कीनिया को अपना दूसरा घर मानने वाले करीब 80 हजार भारतीय मूल के लोग हमारे संबंधों की सबसे बड़ी ताकत हैं. उनकी देख-रेख के लिए कीनिया से मिल रहे सहयोग के लिए मैं राष्ट्रपति रुटो का व्यक्तिगत रूप ये आभार व्यक्त करता हूं.
इस वर्ष, हम भारत-केन्या राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, हालाँकि, हमारे देशों का सदियों पुराना साझा इतिहास है. पिछली शताब्दियों में दोनों देशों ने उपनिवेशवाद से लड़ाई लड़ी. प्रगतिशील भविष्य की नींव रखने के लिए आज हमने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया. हम अपनी आर्थिक क्षमता का एहसास करने के लिए नए रास्ते तलाश रहे हैं.
केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रुतो ने कहा, ‘मुझे आमंत्रित करने के लिए मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं. हमारा शानदार स्वागत हुआ. हमने पारस्परिक महत्व और महत्त्व की व्यापक बातचीत की है. मैंने जी 20 की सफलतापूर्वक मेजबानी करने और अफ्रीकी लोगों के हितों का समर्थन करने के लिए पीएम मोदी को बधाई दी…अफ्रीका संघ अब जी 20 का सदस्य है. मैंने प्रधानमंत्री मोदी को ग्लोबल साउथ में उनके नेतृत्व के लिए और हमें ग्लोबल साउथ में बुलाने के लिए भी बधाई दी है.. कई केन्याई लोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भारत आते हैं जिससे भारतीय स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए नौकरशाही प्रक्रिया कम हो जाएगी.”