BRS Rally: नलगोंडा, बीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने नलगोंडा में मंगलवार को आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं जीवन के अंत तक तेलंगाना के हित के लिए लडूंगा और तेलंगाना के साथ अन्याय नहीं होने दूंगा. यही बात जनता तक पहुंचाने आज नलगोंडा आया हूं. सत्ता किसी के लिए स्थायी नहीं है हम दो तिहाई ताकत के साथ सत्ता में वापस आएंगे.
ये राजनीतिक सभा नहीं है आंदोलन सभा है- केसीआर
इस मौके पर केसीआर ने कहा कि जल के बिना जीवन मुश्किल है. यह बैठक उनके लिए चेतावनी है जो हमारा पानी लेने आ रहे हैं. सभी राजनीतिक दलों को दिल्ली जाना चाहिये और प्रधानमंत्री पर दबाव बनाना चाहिए. मैं आखरी सांस तक तेलंगाना के हित के लिए बाघ की तरह लडूंगा. साथ ही उन्होंन कहा कि तेलंगाना की नई सरकार को पिछली सरकार से बेहतर काम करके दिखाना होगा. पहले तीन महीने में उन्होने सिर्फ केसीआर को कोसने का ही काम किया. सत्ता शाश्वत नहीं है, तेलंगाना के लोगों के अधिकार शाश्वत हैं, तेलंगाना के लोगों की हिस्सेदारी शाश्वत है, तेलंगाना के लोगों का जीवन शाश्वत है. तेलंगाना लड़कर लाया गया राज्य है, इसलिए हम इन सबके लिए लड़ते रहेंगे. आज यह राजनीतिक सभा नहीं है, आंदोलन सभा है.
जो हमारा पानी छीनना चाहते हैं उन्हें कड़ी चेतावनी- केसीआर
केसीआर ने कहा कि नलगोंडा जिले के बच्चों की कमर फ्लोराइड से झुक गई है लेकिन मौजूदा पार्टियों के नेताओं ने कभी ध्यान नहीं दिया. हमारी पार्टी के सरकार में आने के बाद, नलगोंडा फ्लोरोसिस से मुक्त हो गया. जब भागीरथ जल आया तो फ्लोराइड की पीड़ा दूर हो गई. अगर हम खुद को नहीं बचाएंगे तो कोई हमें बचाने नहीं आएगा. चुनाव के बाद आपके लिए कौन आएगा? जब तक मैं वहां हूं, तेलंगाना के साथ अन्याय नहीं होने दूंगा. विधानसभा में पारित प्रस्ताव सही नहीं है इसमें पेयजल और सिंचाई का तो जिक्र है लेकिन बिजली का जिक्र नहीं है. कांग्रेस पार्टी को पैसा चाहिए. हम सभी को अपनी मुट्ठी एक साथ रखनी होगी ताकि हम अपने अधिकारों की रक्षा कर सकें. अगर केंद्र सरकार के अलावा कृष्णा ट्रिब्यूनल सतर्क नहीं है तो राज्य सरकार को लड़ना चाहिए. यही बात कहने के लिए वह नलगोंडा आये हैं. पहले भी वे (कांग्रेस नेता) सिर्फ चुनाव के लिए जनता के बीच आते थे और फिर नहीं आ पाते थे. यह कोई छोटी-मोटी राजनीतिक सभा नहीं है. यह नलगोंडा सभा उन ब्रिटिश ट्रिब्यूनल के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए जो हमारा पानी छीनना चाहते हैं. यह खम्मम, महबूबनगर, नलगोंडा, रंगा रेड्डी और हैदराबाद जिलों के लिए जीवन और मृत्यु का प्रश्न है.
राज्य की उचित हिस्सेदारी के लिए हमें लड़ना चाहिए- केसीआर
केसीआर ने कहा कि आप सभी के आशीर्वाद से प्रशासन में दस वर्ष शासन किया. एक भी मिनट बिजली नहीं कटी. हर घर में पानी दिया गया. जो पानी पहले नलगोंडा में नहीं मिलता था, वह नलगोंडा में आया. यह सब करने के लिए आपके अंदर साहस चाहिए, आपको तेलंगाना के लिए अच्छा करने की इच्छा चाहिए, आपको यह विचार चाहिए कि मेरी भूमि मेरे लोग हैं. डिंडी लिफ्ट योजना पूरी हो रही है पलामुरू रंगारेड्डी लिफ्ट का काम पूरा होने वाला है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने चाहे जितने भी मुकदमे दर्ज कराए, हमने केंद्र से लड़ाई की और इन सभी परियोजनाओं को पूरा करने का प्रयास किया. दिल्ली में मोदी सरकार को कितनी भी चिट्ठियां लिखी गईं, लेकिन उनसे पानी बांटने के लिए नहीं कहा. राज्य में कोई भी सरकार हो, हमारे राज्य के लोगों की जरूरतें, राज्य के हालात, सूखा उचित हिस्सेदारी के लिए लड़ना चाहिए.
राज्य सरकार 5600 मेगावाट बिजली क्यों नहीं दे सकती है?- केसीआर
केसीआर ने कहा कि दुधारू बैल बेचकर हल खरीद लिया है. तीन महीने से देख रहे हैं क्या होता है. तीन महीने के भीतर, इस सरकार ने कृष्णा जिलों को केआरएमबी बोर्ड को सौंप दिया. नलगोंडा जिले से मंत्री उत्तमकुमार रेड्डी का कहना है कि एकजुट राज्य ही बेहतर है. लाखों करोड़ों लोगों ने आंदोलन किया और इसी जिले के श्रीकांत अचारी ने अपनी आत्मा की आहुति दी. लोगों को इस सरकार को रोकना चाहिए क्योंकि हमारी बिजली हर जगह कट रही है. दमराचार में कुछ लंबित कार्य पूरे हो जाएं तो चार हजार मेगावाट बिजली मिलेगी. राज्य सरकार 5600 मेगावाट बिजली क्यों नहीं दे सकती है? सरकार को बिना बिजली कटौती के अच्छी बिजली देनी चाहिए. असेंबली में एक जनरेटर स्थापित किया गया है जैसा इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था. जब नेता प्रेस वार्ता में बोल रहे होते हैं तो एक बैठक में सात बार बिजली जाती है.
कालेश्वरम परियोजना कोई खिलौना नहीं है- केसीआर
केसीआर ने कहा कि अगर आपमें हिम्मत है तो सीताराम परियोजना पूरी होनी चाहिए. गुरुकुल स्थापित किए जाने चाहिए. बिजली बेहतर मुहैया कराई जानी चाहिए. ताजा पानी उपलब्ध कराया जाना चाहिए. आप यह सब नजरअंदाज करेंगे? अगर हिम्मत है तो आज भी प्राणहिता में जल उठाना होगा. सभा के बाद हम मडिगड्डा भी जाएंगे. लोगों को कांग्रेस पार्टी का इतिहास बताएंगे. कालेश्वरम परियोजना कोई खिलौना नहीं है. नागार्जुनसागर, मुसी परियोजना और कडेम परियोजनाओं को पहले किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा. यदि समस्याएं हैं, तो उन्हें ठीक किया जाना चाहिए. यह समस्या विधानसभा के समाधान से खत्म नहीं होगी. यह समस्या तब तक खत्म नहीं होगी जब तक कृष्णा नदी के पानी में कुल जल हिस्सेदारी साफ नहीं हो जाती. हम लोगों के अधिकारों में उचित हिस्सेदारी के लिए लड़ेंगे. मेरे मन में तेलंगाना की भलाई और विकास की चाहत है.