अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर Apple कंपनी पर दबाव बनाते हुए चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका में बेचे जाने वाले iPhone देश के भीतर नहीं बनाए जाते, तो कंपनी को भारी आयात शुल्क चुकाना होगा। ट्रंप ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर यह बयान दिया।
ट्रंप ने लिखा, “मैंने एप्पल के सीईओ टिम कुक से पहले ही कह दिया था कि मुझे उम्मीद है अमेरिका में बिकने वाले iPhone का निर्माण भी अमेरिका में ही होगा, न कि भारत या किसी अन्य देश में। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो एप्पल को अमेरिका को कम से कम 25% टैरिफ देना होगा।” उन्होंने इस पर ध्यान देने के लिए टिम कुक को धन्यवाद भी कहा।
इसके पहले, 15 मई को कतर की राजधानी दोहा में एक कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने टिम कुक के साथ बातचीत का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने कुक से भारत में एप्पल के निर्माण कार्य को सीमित करने को कहा था।
हाल के वर्षों में एप्पल ने भारत में अपने निर्माण कार्य को तेज़ी से बढ़ाया है। कंपनी ने फॉक्सकॉन और टाटा समूह जैसी कंपनियों के साथ मिलकर तमिलनाडु और कर्नाटक में तीन बड़े असेंबली प्लांट स्थापित किए हैं। ये प्लांट न केवल भारतीय मांग को पूरा कर रहे हैं बल्कि अमेरिका सहित अन्य बाजारों के लिए भी iPhone तैयार कर रहे हैं।
2024 में Apple ने भारत में लगभग 40-45 मिलियन iPhone का निर्माण किया, जो उसके वैश्विक उत्पादन का लगभग 20% है। इसमें से 15 मिलियन फोन अमेरिका को निर्यात किए गए, 13 मिलियन अन्य देशों को और 12 मिलियन भारत में बेचे गए। मार्च 2025 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में भारत में iPhone उत्पादन का कुल मूल्य लगभग 22 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो कि पिछले वर्ष से 60% की बढ़ोतरी है।
एप्पल की यह रणनीति अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के बीच एक संतुलन बनाने की कोशिश मानी जा रही है। चीन पर निर्भरता घटाकर भारत को एक वैकल्पिक विनिर्माण हब के रूप में विकसित करने की योजना के तहत यह विस्तार किया गया है।
ट्रंप के इस बयान को 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और ‘मेड इन USA’ अभियान को दोबारा ज़ोर देने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। अब देखना होगा कि एप्पल इस चेतावनी का क्या जवाब देता है।