प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने रविवार 12 मई को पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंने टीएमसी नेताओं पर राज्य में हिंदुओं को धमकी देने का आरोप लगाया. इसके साथ ही कहा कि कांग्रेस, लेफ्ट और टीएमसी ने “वोट बैंक की राजनीति” के लिए बंगाल की पहचान को दांव पर लगा दिया है.
हावड़ा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”कांग्रेस, लेफ्ट और टीएमसी ने वोट बैंक की राजनीति के लिए बंगाल की पहचान को दांव पर लगा दिया है. टीएमसी विधायक हिंदुओं को धमकी दे रहे हैं. उनका कहना है कि यहां कुछ हिंदू बचे हैं और हम हिंदुओं को भागीरथी में डुबा देगा. यह बेहद शर्मनाक है कि टीएमसी अभी भी उन्हें बचा रही है. तुष्टीकरण का ऐसा खेल, अमानवीयता का यह कदम बिल्कुल दुर्भाग्यपूर्ण है.”
उन्होंने संदेशखाली में महिला उत्पीड़न और यौन उत्पीड़न की कथित घटना में शामिल दोषियों को बचाने के लिए टीएमसी सरकार की आलोचना की. पीएम मोदी ने कहा कि, “आज टीएमसी सरकार में हमारी बहनें सुरक्षित नहीं हैं. यहां महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है. संदेशखाली में क्या हुआ? पूरे देश ने देखा. पूरी टीएमसी सरकार हमारी बेटियों के दोषियों को बचाने में लगी थी. आज आरोपी हिरासत में है.” पीएम मोदी ने कहा, ”सीबीआई की लेकिन टीएमसी अभी भी उनके लिए संघर्ष कर रही है.”
पीएम मोदी ने राज्य सरकार पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा, “टीएमसी की दमनकारी रणनीति के कारण बंगाल के लोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपने अधिकार का प्रयोग करने में असमर्थ हैं. टीएमसी ने बंगाल के नागरिकों की आवाज दबा दी है.” राज्य सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, तुष्टीकरण और वामपंथियों का अत्याचार और अराजकता, मिलकर टीएमसी बनी.
उन्होंने कहा, “कांग्रेस का भ्रष्टाचार, कांग्रेस का भाई-भतीजावाद और कांग्रेस का तुष्टीकरण और दूसरा लेफ्ट, लेफ्ट का अत्याचार और अराजकता, अगर हम इन सभी बुराइयों को एक साथ जोड़ दें तो केवल टीएमसी बनती है. हमारा हावड़ा देख रहा है कि कांग्रेस, लेफ्ट और टीएमसी ने बंगाल को कैसे बर्बाद किया है.”