Karur Rally: तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के प्रमुख और अभिनेता से नेता बने विजय ने करूर में शानिवार 27 सिंतबर शाम को भगदड़ मच गई, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई। खबर लिखे जानें तक मरने वालों में 16 महिलाएं और 8 बच्चे शामिल हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एम ए सुब्रमणियन ने इस बात की जानकारी दी है। हादसे में 58 से ज्यादा लोग घायल हो गए। आशंका अभी भी यह है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
एक्टर विजय भगदड़ के बाद क्या बोले?
अभिनेता से नेता बने विजय रैली भगदड़ पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि उनका दिल टूट गया है और वह असहनीय दर्द महसूस कर रहे हैं। इस हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत करीब 38 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए। विजय ने एक्स पर पोस्ट करके मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
रैली के दौरान हालात:
करूर में विजय अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों के तहत रैली कर रहे थे। रैली स्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई और नौ साल की एक बच्ची के लापता होने की खबर मिलने के बाद लोग इधर-उधर बढ़ने लगे। भीड़ के दबाव में कई लोग बेहोश हो गए और विजय को अपना भाषण रोकना पड़ा। उन्होंने समर्थकों से अपील की कि आपातकालीन एम्बुलेंस को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने में मदद करें।
डीएमके का आरोप:
इस घटना के बाद डीएमके प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने विजय की चुप्पी पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि विजय और रैली आयोजक इस हादसे के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को घंटों धूप में इंतजार कराया गया और भीड़ नियंत्रण या सुरक्षा प्रोटोकॉल सही ढंग से लागू नहीं किए गए।
करूर भगदड़ को लेकर मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने भी इस घटना पर चिंता जताई और पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हादसे की पूरी जांच के लिए एक जांच आयोग बनाया जाएगा। स्टालिन ने अधिकारियों को घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा देने और राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया।
किस वजह से करूर में भगदड़ हुई?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, करूर रैली स्थल पर अनुमत संख्या से कहीं अधिक भीड़ जमा हो गई थी। विजय के बस से घोषणा करने और बच्ची की खोज की सूचना मिलने के बाद भीड़ का दबाव बढ़ गया, जिससे भगदड़ मची और लोगों की जान गई।