Kanchanjunga Express Train Accident : पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में जिस जगह पर रेल हादसा हुआ था, वहां 20 घंटे के अधिक समय के बाद ट्रेन पारिचालन फिर से शुरू हो गया है. साइट पर अप और डाउन दोनों लाइनें अब सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं और बहाली का काम पूरा हो चूका है. वही इस रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है. इस दुर्घटना के समय कंचनजंगा एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे एक यात्री ने मालगाड़ी के लोको पायलट और सह-लोको पायलट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
सोमवार को सुबह 8.55 बजे उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी स्टेशन के पास एक मालगाड़ी ने कथित तौर पर सिग्नल की अनदेखी की और सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी. यह दुर्घटना दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा इलाके में हुई. दुर्घटना में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 25 से अधिक लोग घायल हो गए.
यात्री की पहचान चिन्मय मजूमदार के रूप में हुई है, उसने अपनी शिकायत में उल्लेख किया है कि जब ट्रेन चल रही थी तो अचानक झटका महसूस हुआ, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया. उसे चोटें आई हैं और कुछ सह-यात्रियों को भी गंभीर चोटें आई हैं.
शिकायत में आगे कहा गया है, “ट्रेन से उतरने के बाद उसने पाया कि एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी थी, जिसके बाद मालगाड़ी के इंजन सहित कुछ हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. दुर्घटना लोको पायलट और सह-लोको पायलट की जल्दबाजी और लापरवाही के कारण हुई.”
उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डीन डॉ. संदीप कुमार सेनगुप्ता ने मंगलवार को पुष्टि की कि आज दो और मौतों की सूचना मिलने के बाद दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है. “कल 37 लोगों को भर्ती कराया गया था, दो लोगों की हालत ठीक थी, इसलिए उन्हें छुट्टी दे दी गई. दो लोग गंभीर थे, दुर्भाग्य से हम उन्हें बचा नहीं सके और आज दोनों की मौत हो गई. वे वेंटिलेटर पर थे. जिन लोगों के कई अंग क्षतिग्रस्त हैं, यह नहीं कहा जा सकता कि उनकी स्थिति ठीक है. हमें उनके स्वास्थ्य का इतिहास नहीं पता है और अगर वे दुर्घटना के शिकार हैं, तो ऐसे मामलों में हमें अधिक सतर्क रहना होगा.”
उन्होंने कहा, “जैसे-जैसे स्थिति बदलती है, हम प्रोटोकॉल के अनुसार निर्णय लेंगे. कल आठ लोगों को मृत अवस्था में लाया गया था, साथ ही उनके शरीर का एक अंग – एक पैर भी मिला था. दो लोगों की अस्पताल में मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या 10 हो गई.”