Who is CP Radhakrishnan: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए का उम्मीदवार घोषित किया था, जिसके बाद 9 सितंबर 2025 को उपराष्ट्रपति का चुनाव हुआ है, राधाकृष्णन देश के 15 वें उपराष्ट्रपति बने. इस बीच आइए इस खबर में जानते हैं राधाकृष्णन के 16 साल की Age में संघ बनने का सफर और 68 की Age में उपराष्ट्रपति की मुहर, इसी के साथ जानते है उनकी मां ने उनका नाम राधाकृष्णन ही क्यों रखा है.
दरअसल जब NDA ने राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति का उम्मीदावर घोषित किया था तो इस घोषणा के बाद उनके घर में खुशी का माहौल था, जिसके बाद उनकी मां जानकी अम्मल ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी जताई और अपने बेटे के नामकरण से जुड़ी भावुक कहानी भी शेयर की. तो आइए एक नजर उस कहानी पर भी डालते हैं.
जानकी अम्मल ने कहा, ‘हमने उनका नाम सीपी राधाकृष्णन इस उम्मीद में रखा था कि वे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जैसे बनेंगे. भगवान सुंदरमूर्ति ने उन्हें ऊंचा स्थान दिया है. भगवान गणेश उन पर कृपा करें.” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया और बेटे की जीत के लिए प्रार्थना की.
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु में हुआ और उन्होंने बहुत कम उम्र से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ाव कायम कर लिया. 16 साल की उम्र में वे संघ का हिस्सा बने और 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य चुने गए। यही से उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई.
बीजेपी में लंबा सफर और उपलब्धियां
सीपी राधाकृष्णन भाजपा के सक्रिय सदस्य रहे और कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद चुने गए. संसद में रहते हुए उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं. वे कपड़ा उद्योग से संबंधित संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे. इसके अलावा, स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच करने वाली विशेष संसदीय समिति में भी शामिल रहे.
वर्तमान में क्या जिम्मेदारी?
राजनीतिक अनुभव और संगठनात्मक क्षमता के बल पर राधाकृष्णन को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया. राज्यपाल के तौर पर उन्होंने अपनी सादगी, सजगता और अनुशासनप्रियता से एक अलग पहचान बनाई. अब एनडीए ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में उतारकर बड़ा भरोसा जताया है.
उपराष्ट्रपति का चुनाव कैसे होता है?
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 63 से 71 और उपराष्ट्रपति चुनाव नियम, 1974 के तहत उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के सदस्यों से मिलकर बने निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है। यह चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधि प्रणाली (Proportional Representation System) के जरिए होता है. इस समय निर्वाचक मंडल में कुल 788 सांसद शामिल हैं. 588 लोकसभा और 245 राज्यसभा के सदस्य. मौजूदा स्थिति में एनडीए गठबंधन को बहुमत प्राप्त है, इसलिए सीपी राधाकृष्णन का भारत का अगला उपराष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है.