दुनिया के सबसे मशहूर फिल्म महोत्सवों में से एक, 82वां वेनिस फिल्म फेस्टिवल शनिवार को अपने पुरस्कार समारोह के साथ खत्म हुआ। इस बार भारत के लिए बड़ी खुशखबरी आई। भारतीय निर्देशक अनुपर्णा रॉय (Anuparna Roy) ने अपनी पहली फिल्म “सॉन्ग्स ऑफ फॉरगॉटन ट्रीज” के लिए ओरिज़ोंटी सेक्शन में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार जीत लिया। वह इस सेक्शन में पुरस्कार पाने वाली पहली भारतीय महिला निर्देशक बन गईं। यह भारतीय सिनेमा के लिए एक ऐतिहासिक पल है।
इस फिल्म में नाज शेख और सुमी बघेल ने काम किया है। यह मुंबई की दो महिलाओं की जिंदगी और उनके आपसी रिश्तों की कहानी है। फिल्म को दर्शकों और जूरी दोनों से खूब सराहना मिली।
अपनी जीत पर अनुपर्णा रॉय ने कहा, “यह पुरस्कार मैं उन सभी महिलाओं को समर्पित करती हूँ जिन्हें कभी अनदेखा किया गया या चुप कराया गया। यह जीत दुनिया भर की महिलाओं की आवाज़ को और मजबूत करेगी।”
इस साल कई चर्चित फिल्मों को सम्मान मिला। अमेरिकी फिल्म “फादर मदर सिस्टर ब्रदर” ने गोल्डन लायन (सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार) जीता। वहीं गाजा संकट पर बनी “द वॉइस ऑफ हिंद रजब” को दर्शकों से 22 मिनट तक खड़े होकर तालियाँ मिलीं, लेकिन यह शीर्ष पुरस्कार नहीं जीत पाई।
फेस्टिवल में चीन की शिन झिलेई को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और इटली के टोनी सर्विलो को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया।
अनुपर्णा रॉय की यह उपलब्धि दिखाती है कि भारतीय फिल्में अब विश्व स्तर पर नई पहचान बना रही हैं। उनकी जीत से न सिर्फ भारत का नाम रोशन हुआ है बल्कि दुनिया भर की महिला निर्देशकों के लिए भी यह एक प्रेरणा है।